सिविल सर्जन बेतिया का नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड की जांच का आदेश केवल काग़ज़ी खानापूर्ति या जनता को विश्वास मे लेने की कोशिश
जैसा की सभी जानते है कि नगर मे आधे से ज्यादा नर्सिंग होम और जांच घर बिना निबंधन के चलाये जा रहे है और इसके लिये जिम्मेदार विभाग किसी भी मिली भगत से इंकार करता है और जानकारी माँगने पर लिखित शिकायत का ना होना बताया है जबकी अक्सर अवैध नर्सिंग होम का मामला उजागर होता है परंतु जिम्मेदार अधिकारियों के कानों पर जूँ नहीं रेंगने वाली कहावत चरितार्थ होती है अभी विगत दिनों ही नाज़नी चौक पर नर्सिंग होम मे एक महिला की मौत का मामला आया था परंतु किस कारण विभाग ने इस मामले की जाँच नही की यह समझ से परे है।
हालांकि सिविल सर्जन डॉक्टर चौधरी जाँच और दोषियों पर कारवाई की बात करते है पर वो कितनी जाँच कर पाते है यह तो भविष्य मे ही पता चलेगा।
हमारे यूट्यूब चैनल को पसन्द करे