जैसा की विदित हो पिछले हफ्ते संत घाट स्थित रामजानकी मंदिर में पेड़ों की अवैध कटाई की गई थी और इस मामले में नगर थाने की पुलिस ने पूछताछ के लिये सार्वजनिक भूमि पर हरे पेड़ कटवाने वाले लोगों को थाने लाया गया परंतु इस मामले में बिना मामला दर्ज किये पेड़ काटने वाले लोगों को छोड़ दिया गया जबकि जानकारी के अनुसार उक्त मंदिर की भूमि सार्वजनिक है आखिर आखिर किस आधार पर इन लोगों के द्वारा सरकारी जमीन पर पेड़ों को कटवा दिया और जानकारी के मुताबिक वहां से थाने से छूटने के बाद इन लोगों ने वहां की जमीन से लकड़ी को बेच दिया गया या कहीं अन्य ले जाया गया इस संबंध में बेतिया वन प्रमंडल रेंज के रेंजर से बात करने पर उन्होंने किसी जानकारी से इंकार किसी भी प्रकार का ट्रांजिट परमिट उनके द्वारा नहीं जारी किया गया ।
हालांकि अंचला अधिकारी महोदय ने इस संबंध में एक नोटिस जारी करने की बात कही है परंतु यह बात समझ नहीं आ रही की हरे पेड़ों की कटाई का मामला इतना संगीन होने के बावजूद भी किस कारण सार्वजनिक जमीन पर पेड़ काटने वालों को छोड़ दिया जाता है और जिम्मेदार अधिकारी लिखित शिकायत का इंतजार करते है।
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