दीपावली के अवसर पर मीना बाजार में पटाखों का असुरक्षित व्यापार


दीपावली के अवसर पर मीना बाजार में पटाखों का असुरक्षित व्यापार
दीपावली हिन्दुओ का महत्वपूर्ण त्योहार हैं | लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। इस त्योहार का मुख्य आकर्षण रोशनी और पटाखों का होता हैं| पटाखों के शोर गुल के बिना यह त्योहार फीका-फिका सा लगता हैं। हालांकि पटाखों को सुरक्षित तरीकों से प्रयोग कर बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकता हैं| साथ ही इसके सुरक्षित बिक्री और भंडारण के लिए अनेक नियमों को बनाया गया हैं, परंतु बेतिया में इसका कहीं भी अनुपालन नहीं किया जा रहा हैं और जिम्मेंवार विभाग सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर निश्चित हो रहे हैं| जो कभी भी बड़े हादसे को जन्म दे सकता हैं।
बिना लाइसेंस के ही धड़ल्ले से हो रही है पटाखे की बिक्री और कहीं ना कहीं किसी बड़े हादसे का इंतजार विभाग के द्वारा किया जा रहा है ।मीना बाजार के भीतर बिना किसी अग्निशमन यंत्र के ( या नाम मात्र ) ही सभी दुकानों में पटाखे की बिक्री की जा रही है। कहीं-कहीं दुकानों के बाहर सिर्फ खानापूर्ति के लिए एक अग्निशमन यंत्र विभाग द्वारा लगाया गया है | शहर में लगभग सैकड़ों की तादाद में अवैध पटाखे की बिक्री की जा रही हैं | किसी किसी के पास ही लाइसेंस है बाकी बिना लाइसेंस के अपनी दुकान को चला रहे हैं। थोड़ी सी लापरवाही किसी बड़े घटना को अंजाम दे सकती हैं | जब संवाददाता ने इस संदर्भ में अग्नि शामक विभाग के इंस्पेक्टर रमेश कुमार यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि हम लोग अपने स्तर से मीना बाजार स्थित दुकानों में अग्निशमन यंत्र रख दिए हैं और दुकानदारों को एडवाइजरी दे दी गई है। आपको बताते चलें कि विभाग द्वारा जो अग्निशमन यंत्र दिया गया है उससे आग पर काबू नहीं पाया जा सकता हैं,क्योंकि मीना बाजार में पतली पतली 2 फीट की दुकानों में भी पटाखे का स्टॉक भरा पड़ा है | यदि हल्की सी लापरवाही के कारण भी कोई दुर्घटना होती है तो जिला प्रशासन उस पर काबू पाने में नाकाम साबित हो सकती है,और करोड़ों करोड़ों का जान माल का नुकसान हो सकता है। विभाग द्वारा चिन्हित लाइसेंस धारी को ही पटाखे बेचने की अनुमति देनी चाहिए जिससे कोई बड़ी घटना न घट सके और ऐसे क्षेत्रों का चुनाव करना चाहिए जहाँ अगर हादसे के समय बचाव- राहत या जान माल की सुरक्षा कर सके परंतु प्रशासन इस बात से परे है।
आखिर जवाबदेह अधिकारी क्यों निश्चिंत है यह समझना आसान है लेकिन बिना सबूत के कुछ कहना संभव नहीं है। हम यही प्रार्थना करते है कि कोई दुर्घटना ना हो और यह त्योहार लोग सुरक्षित रूप से मनाए। साथ ही हम अपील करते है पटाखों का प्रयोग सुरक्षित तरीके से करें और बिना अभिभावकों के छोटे बच्चे पटाखों का प्रयोग ना करें।

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