थक गई है कलम अच्छा लिखते लिखते
इंतजार है उस हाथ का जो सच लिख सके
मुख्यमंत्री के आने से जिस प्रकार नगर निगम काम कर रहा है उससे यह प्रतीत होता है की नगर निगम के आयुक्त जनता के सेवक ना होकर मुख्यमंत्री के निजी सेवक है।
जनता का तो मुख्यमंत्री से अनुरोध है की वाल्मिकी नगर के बहाने नगर की गलियों का भ्रमण कर ले ताकि उन्हें यह अंदाजा हो सके की जिले के अधिकारियों ने नगर की जनता का जल नल के बहाने क्या हाल किया है।