ऐसे ही भ्रस्टाचार के खिलाफ़ आवाज उठाने वाले बहुत कम लोग है और अधिकारियों द्वारा ऐसे लोगों की सुनवाई ना करना बेईमानी को बढ़ावा देता है
बेतिया लाल बाजार पोस्ट ऑफिस में चल रहे भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी और अभिकर्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर जब इस सम्बंध में पत्रकार ने जानना चाहा तो वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों के अधिकारियों ( जिला भविष्य निधि पदाधिकारी और पोस्टल सुपरिटेंडेंट ने) भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से पत्रकार के ऊपर ही रंगदारी का आवेदन आरक्षी अधीक्षक को देने की तैयारी करनी शुरू कर दी हैं | हालांकि डाक अधीक्षक ने जाँच की बात कही हैं, परंतु घूसखोर अधिकारियों का अपने पद पर उसी तरह काम करते रहना कहीं ना कहीं डाक अधीक्षक के क्रियाकलाप पर बड़ा सवाल हैं| वीडियो की सच्चाई की जाँच तथा अधिकारी का उस पद पर बने रहना घूसखोरी के ख़िलाफ़ आवाज उठाने वाले आम लोगों के बीच असुरक्षा की स्थिति पैदा करता हैं। साथ ही जिला भविष्य निधी पदाधिकारी का भी व्यावहार कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला प्रतीत हो रहा हैं। इसी बीच भिन्न भिन्न तरीकों से सच्चाई उजागर करने वालों लोगों को भी दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम मे जानकारी यह भी आ रही है कि कुछ लोगों के खाते से मरने के बाद भी जमा निकासी होती रही है परंतु इस सच्चाई का पता किसी ईमानदार अधिकारी की जाँच से ही चलेगा।