आखिर मे अनुमंडलाधिकारी नरकटियागंज द्वारा सील किये गये भवनों को किसके आदेश से खोला गया और किसने खोला क्या उन भवनों को खोलने मे कानूनी प्रकिया का पालन किया गया था।
आखिर वो कौन सी वजह थी जिसकी वजह से बेतिया सिविल सर्जन ने नरकटियागंज अनुमंडलाधिकारी द्वारा छापा मारकर सील किये गये दवाखानों जांचघरों और नर्सिंग होम पर बिना कार्यवाही किये हुये उन्हें पुनः संचालन की छूट दे दी ।
जबकी अनुमंडलाधिकारी नरकटियागंज द्वारा इस छापामारी के लिये टीम का गठन करने के उपरांत रिपोर्ट मे पूरी तरह से अनियमितता की बात बतायी गयी थी उसके बाद भी सिविल सर्जन बेतिया और प्रभारी चिकित्सा प्रभारी द्वारा अनुमंडलाधिकारी की जाँच रिपोर्ट को पूरी तरह नकाराते हुये इन्हीं अवैध संचालकों को पुनः संचालित करने देने का आदेश देना कहीं ना कहीं विभाग मे भ्रस्टाचार की और ईशारा करता है।