पश्चिम चंपारण में बालू के अवैध व्यापार पर खनन विभाग , पुलिस प्रशासन और परिवहन विभाग कभी भी नियंत्रित करने की कोशिश नहीं करता है इसके पीछे क्या बड़ी वजह भ्रष्टाचार है आखिर हरी वाटिका चौक, चेक पोस्ट सहित कई ऐसे स्थान है जहाँ अवैध बालू से भरे ट्रक शहर के विभिन्न मुख्य स्थानो पर पर नजर आते हैं और प्रत्येक थानों के सामने से गुजरते हैं परंतु विभाग को दिखाई नहीं देती इससे पीछे मुख्य वजह क्या है इसे हर नागरिक आसानी से समझ सकता है
परंतु पता नहीं विभाग मौन है और अगर कभी कारवाई नहीं करता अगर इन अवैध व्यापार करने वालों की बात का विश्वास करे तो बिना विभाग के मेल के ऐसा संभव नहीं है सभी विभागों द्वारा इस पर ध्यान नहीं देने की वजह ईमानदारी हैं और इससे ज्यादा कुछ नहीं अब सवाल यह है की कैसी ईमानदारी यह तो जाँच का विषय है
खनन पदाधिकारी सेवार्तालाप होने पर सीधा जवाब हैं कारवाई होगी परंतु सभी जानते है की होने वाली कारवाई नगण्य है