जिलाधिकारी द्वारा शिक्षिका का निलंबन से सुधार संभव है यह एक गंभीर प्रश्न है। हालांकि जिलाधिकारी के निर्देश मे जिला शिक्षा पदाधिकारी की जाँच के आलोक मे उक्त शिक्षिका को निलंबित कर विभागीय कार्यवाई की जा रही है परन्तु जिलाधिकारी इसकी मुल वजह को क्यों नहीं समझ रहे
अगर लोगों की बात का विश्वास करे तो इसी सच्चाई को छुपाने के लिये मीडिया को विधालय मे जाने से विभाग द्वारा आंशिक प्रतिबंध लगाया है ताकी शिक्षा विभाग मे व्याप्त भ्रस्टाचार को छुपाया जा सके
हालांकि जिलाधिकारी द्वारा इतनी जल्द जांच कर कार्रवाई करना काबिले तारीफ है अगर जिलाधिकारी महोदय सच मे जिले की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के इच्छुक है तो उन्हें सर्वप्रथम मीडिया को आजादी प्रदान करानी होगी तब ना जाने ऐसी कितनी सच्चाइयों से उनको रूबरू होना पड़ेगा