चाहे 2020 का लखनऊ का आरडी बाजपेयी के घर हुआ हत्याकांड या 2022 मे PUBJI खेलने के लिये मां की हत्या हो या बिहार के भोजपुर मे बहन द्वारा चॉकलेट नहीं देने पर नौ वर्षीय मासूम द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला अगर देखा जाय तो अधिकांश मामलों मे वैसे अभिभावक ही है जो आधुनिकता की दौड़ मे अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दे पाते