जहाँ एक ओर पूरे देश मे आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा था और इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर कोई पूरे सम्मान के साथ देश की आन बान और शान तिरंगा को पूरे सम्मान के साथ फहरा था। ठीक उसके विपरित बेतिया का जल संसाधन विभाग द्वारा इतने महत्वपूर्ण उत्सव को गैर जवाबदेही पूर्वक मनाया गया। अधिकारियों की बदइंतजामी का नतीजा रहा की विभाग द्वारा जो झंडा फहराया गया वह झंडा उल्टा लगा था ।
मामला सिर्फ इतना ही नहीं था जब कार्यपालक अभियंता से इस सम्बंध मे जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपने सरकारी नंबर पर फोन नहीं उठाया बाद मे जब उनके निजी नंबर पर सम्पर्क किया गया तो तो वो इतनी बड़ी घटना को मामुली बताते हुये दिखे और पत्रकारों द्वारा बेवजह तूल देने का आरोप लगाया।
अब देखना यह यह है की विभाग द्वारा इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वालों पर कोई कार्यवाही की जाती है