संयुक्त किसान मोर्चा 26 नवंबर को देश के सभी राजभवनों पर विशाल प्रदर्शन करेगा

         बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि केंद्र सरकार की वादा खिलाफी तथा किसान विरोधी नीतियों के विरुद्ध संयुक्त किसान मोर्चा ने चार महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है।

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उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के सामने हमारे मुख्य मांग एमएसपी को कानूनी दर्जा देने , सी 2+ 50% की कानूनी गारंटी करने , बिजली संशोधन विधेयक को वापस लेने , केंद्र सरकार द्वारा किसानों और खेत मजदूरों के कर्जे को एकमुश्त माफी करने , एक व्यापक फसल बीमा योजना जिसमें सभी किसान और खेत मजदूरों को लाभ मिले , जो किसी भी हालत में कारपोरेट पक्षीय नहीं हो , किसानों एवं खेत मजदूरों के लिए वृद्धावस्था पेंशन की गारंटी करने , अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने और हत्या के आरोप दर्ज कर उनको गिरफ्तार करने , किसानों के खिलाफ सभी झूठे मुकदमों को वापस लेने तथा शहीदों के परिवार को मुआवजा देने आदि मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने यह निर्णय लिया है कि 15 से 25 सितंबर तक तमाम गांव प्रखंडों एवं जिलों में बैठक कर प्रचार अभियान चलाया जाए ।

उन्होंने बताया की सितंबर के अंत में प्रत्येक जिले में लोकसभा सदस्य तथा राज्यसभा सदस्य से मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा के मांगों को लोकसभा और राज्यसभा में उठाने का आग्रह किया जायेगा ।

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के शहीदों की शहादत की पहली वर्षी पर पूरे देश में काला दिवस मनाया जाए तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए जाएं ।

उन्होंने आगे कहा कि 26 नवंबर को ऐतिहासिक दिल्ली किसान संघर्ष तथा अखिल भारतीय हड़ताल को दूसरे वर्ष भी मनाया जाए । उस दिन संयुक्त किसान मोर्चा देश के सभी राज्य के राज्यपालों के समक्ष बड़ी रैलियां आयोजित करें और अपना मांग पत्र राज्यपाल को सौंपे । इस कार्यक्रम में संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच से भी इन विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने का अनुरोध किया है ।

संयुक्त किसान मोर्चा की गतिविधियों और उनकी कार्यों की समीक्षा कर मोर्चा के सामने लाने के लिए एक नई समन्वय समिति का गठन किया है । जिसमें अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड डॉक्टर अशोक ढवले , ए आई के एस के महासचिव अतुल कुमार अंजान , मेघा पाटेकर , किसान महासभा के राजा राम सिंह , डॉ सुनीलम जैसे वरिष्ठ किसान नेता शामिल है ।

उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा पिछली कार्रवाई जिसमें 31 जुलाई को 4 घंटे का रास्ता रोको आंदोलन में देश के लाखों इनकिसानों ने हजारों जगहों पर 4 घंटे का सड़क जाम किया था । उन्होंने अग्निपथ योजना की निंदा करते हुए 7 से 14 अगस्त तक किसानों नौजवानों और पूर्व सैनिकों की संयुक्त अधिवेशन आयोजित किया । पटने में 12 अगस्त को गांधी संग्रहालय में अधिवेशन जय जवान जय किसान हुआ ।

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी और हत्या के मुकदमा चलाकर उनकी गिरफ्तारी , साथ ही गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर 18 से 21 अगस्त तक लखीमपुर खीरी में 75 घंटे का विशाल धरना में हजारों किसानों की भागीदारी को सराहनीय बताया और आंदोलन के तेवर को और मजबूत करने की दिशा में इन सारे कार्यक्रम किसानों के हौसला को बुलंद किया है।

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