बिहार के हर कोने मे चाय मिले ना मिले फर्जी डॉक्टर जरूर मिल जायेंगे- अधिकारियों की महिमा अपरम्पार

बिहार के हाजीपुर में  एक नीम हाकिम( झोला छाप) डॉक्टर ने पहले तो अपने नर्सिंग होम में महिला का गर्भपात कराया और जब महिला की तबियत बिगड़ने लगी तो डॉक्टर ने सबूत मिटाने के लिए भ्रुण को अपने पालतू कुत्ते को खिला दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब महिला की मौत के बाद परिजनों ने थाने में डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया दी। थाने में केस दर्ज होने के बाद आरोपी डॉक्टर अपने क्लिनिक में ताला बंकर कर फरार हो गया है। मामला वैशाली के बलिगांव थाना क्षेत्र के चंपापुर अग्रैल गांव की है।

जानकारी के अनुसार तीन महीने की प्रेग्नेंट प्रियंका देवी के परिजनों ने पेट में दर्द की शिकायत पर गांव के एक झोला छाप महिला डॉक्टर  सुषमा आनंद से संपर्क किया था। गांव में ही क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टर दंपत्ति ने प्रियंका के इलाज के दौरान लापरवाही बरती, जिससे उसका गर्भपात हो गया। परिजनों का आरोप है कि दर्द की दवाओं के असर से प्रियंका देवी की हालत अचानक बिगड़ गई और उसका गर्भपात हो गया था। सबसे चौंकाने वाली बात रही कि आरोपी डॉक्टर ने गर्भपात के बाद भ्रुण को अपने पालतू कुत्ते को खिला दिया।

उधर, महिला की हालत बिगड़ने के बाद परिजन उसे लेकर स्थानीय महुआ अस्पताल पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया। पटना में 11 दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिर महिला की मौत हो गई।डॉक्टर पर आरोप है कि गर्भपात के लिए किये गए ऑपरेशन की वजह से महिला के अंदरूनी अंगों को नुक्सान हुआ जिससे उसकी मौत हो गई

परिजनों ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ स्थानीय बलिगांव थाने में केस दर्ज कराया है।जिसमें इलाज में लापरवाही और भ्रुण को अपने पालतू कुत्ते को खिला देने का आरोप लगाया है। पूरे मामले को लेकर महुआ SDPO पूनम केसरी ने बताया कि परिजनों के आरोपों के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। SDPO ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *