बेतिया नगर के अधिकाँश चौक चौक पर एक नंबर की लॉटरी का खेल खुला आम चल रहा है लेकिन ना जाने क्यूँ जिला प्रशासन ने इस ओर से आँखे मूँद रखी है। जबकि यह लॉटरी युवा पीढ़ी और गरीब तब के लोगों को पूरी तरह से कार बर्बाद कर रही है। परन्तु कुछ सफेद पोश लोगों के संरक्षण में चल रहे हैं इस धंधे के खिलाफ प्रशासन द्वारा होने वाली ऊँट के मुहँ में जीरे के समान है।
फाइनल यह जानने की जरूरत है कि असली वो कौन सी वजह है जिसके कारण इन धंधे बाजों को जिला प्रशासन का डर बिल्कुल नहीं होता है। गहराई में जाने से पता चलता है कि कहीं ना कहीं ये छोटे छोटे धंधे बाजों को कुछ श्वेतपोश लोगों द्वारा संगठित किया जाता है और ये सफेदपोश ही उन्हें प्रशासन से सुरक्षा प्रदान करता है। ये सभी कार्य इतने शातिर तरीके से किए जाते हैं कि इसके साक्ष्य पर भी नहीं मिलते। इसीलिये ये सफेद पोश और इनके संरक्षणकर्ता आसानी से पकड़ में नहीं आते। लेकिन अगर प्रशासन इन व्यवसायों की जांच तकनीक के आधार पर करे तो निश्चित रूप से इस धंधे में संलिप्त लोगों तक पहुंचा जा सकता है। लेकिन ना जाने वो कौन सी वजह है कि जिला के प्राशानिक अधिकारी जब भी कोई लॉटरी व्यापारियों पर निगमित कसे होते हैं तो बड़े और सफेदपोश संरक्षक तक नहीं पहुंचते हैं।