बेतिया राज की हजारी के उत्तरी दिशा मे जमीन पर निर्माण की खबर है।हालाँकि सोशल मीडिया मे इस पर अवैध निर्माण को लेकर बेतिया राज के सिपाही बलिराम महतो द्वारा आवेदन की प्रति वायरल हो रही है औए इस की सत्यता के लिये जब मुफस्सिल थाना प्रभारी से उनके सरकारी नंबर पर सम्पर्क किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
इस सम्बंध मे बताया गया की एक बड़े व्यावसायिक घराने द्वारा उस जमीन पर कब्जा किया जा रहा है और बताया जा रही है कि इस जमीन की जमाबंदी येन केन प्रकारेण उनलोगों के द्वारा करायी गयी है। यह जाँच का विषय है परन्तु सबसे बड़ी बात यह कि
बेतिया राज के द्वारा आवेदन देने के बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाई नहीं करना संदेह पैदा करता है ये कोई ऐसा पहला मामला नहीं है जब बेतिया राज के आवेदन के बाद भी उसकी जमीन पर अतिक्रमण हुआ हो कई ऐसे मामले है जिसमे पुलिस जाँच करती रही और अवैध कब्जाने वाले लोगों ने इसपर निर्माण कर लिया।
हालाँकि इन सब बातों की वास्तविक स्थिति जानने के लिये जब थाना प्रभारी से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो उनके सरकारी नंबर पर सम्पर्क नहीं होने से वास्तविक स्थिति का आकलन नहीं हो सका। उक्त भूमि पर बेतिया के एक बड़े व्यावसायिक घराने का नाम आ रहा है उनकी तरफ से कोई प्रतिनिधि उक्त स्थल पर नजर नहीं आया जो अपना पक्ष रख सके।
ऐसे अतिक्रमण में मीडिया भी लिख कर खानापूर्ति ही करती है क्यूँकी ऐसे अतिक्रमण में कहीं ना कहीं अधिकारियों का कारवाई नहीं करना भू माफियाओं को मूक समर्थन देना है।जिससे उनका मनोबल बढ़ता है और बेतिया राज के जमीनों पर अतिक्रमण दिन दूनी रात चौगुनी तेजी से बढ़ रहा है।वहीँ जब इन अधिकारियों को जमीन गरीबो को देने की बारी आती है तो सालों साल कागजी कारवाई में बीत जाते है जबकि भू माफियाओं के अतिक्रमण की बात हो तो सभी की आँखे बंद हो जाती है।