गया नगर निगम में सफाई कर्मी से उपमहापौर बनी चिंता देवी चुनाव के बाद सुर्खियों में रही थी परन्तु आज उन्होंने अपना दर्द सार्वजनिक कर नगर निगम के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है।उन्होंने नगर निगम अधिकारियों पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया है । हालाँकि उनके आरोप के आलोक में गया नगर निगम आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने जवाब देते हुये स्वीकार किया कि लगभग 45 दिन पुर्व 23 फरवरी को उनकी बात हुई थी इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है अगर 45 दिनों तक नगर आयुक्त और उप महापौर में बात ना हो तो विकास का अंदाजा स्वत लगाया जा सकता है।
गया की डिप्टी मेयर चिंता देवी ने अपने महादलित होने का हवाला देते हुये नगर निगम के अधिकारियों पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कोई भी अफसर मेरा कॉल तक नहीं उठाते। नगर आयुक्त भी कॉल रिसीव नहीं करती हैं। डिप्टी मेयर का कहना है कि अफसरों की नजर में वे आज भी सफाई कर्मी ही हैं। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा समेत अफसरों पर अवहेलना की बात कही है। इसका वजह उन्होंने खुद को महादलित होना बताया है। अगर उनके आरोपों में जरा भी सच्चाई है तो यह अधिकारियों की बेलगाम होने का सबूत है।
हालाँकि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है अधिकाँश जगह उपमहापौर के बारे मे लोग दबी जुबान में कहते है