भ्रस्टाचार के आरोप में मोतिहारी के बीआरसी भवन में शिक्षकों ने बीईओ को बंधक बना लिया। मंगलवार को लगभग घंटे भर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। मोतिहारी के ढाका बीआरसी भवन में शिक्षकों ने बीईओ को बंधक बनाये रखा था। बताया जा रहा कि ढ़ाका प्रखंड में साल 2006 में नियोजित शिक्षकों का वेतन विसंगति में सुधार के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए बीईओ को उनके कार्यालय कक्ष में बंधक बनाया गया। कार्यालय के गेट पर बैठकर धरना देने के साथ नारेबाजी करने लगे । उधर अपने कार्यालय कक्ष में बंधक बने बीईओ अखिलेश कुमार ने उनके ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया। कहा कि वेतन विसंगति मामले में शिक्षा निदेशक के पत्र के आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को पत्र लिखा गया है। डीपीओ स्थापना का आदेश आने के बाद ही कोई कार्रवाई आगे की जाएगी। इसके बारे में शिक्षकों को जानकारी दी जा चुकी है। फिर भी शिक्षकों द्वारा उनके साथ बदतमीजी की गई है बीईओ को बंधक बनाकर धरना पर बैठे शिक्षक नीलमणि सुमन ने बताया कि साल 2006 में नियोजित शिक्षकों का वेतन विसंगति 2015 में हो गया था। इसके सुधार को लेकर बिहार सरकार और जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र निर्गत किया था। एक सप्ताह के अंदर वेतन विसंगति दूर कर जिला को सौंपना था, लेकिन उनके द्वारा प्रखंड के शिक्षकों को बरगला कर पांच-पांच हजार रुपये रिश्वत मांगनी शुरु कर दी गई। इससे नाराज शिक्षकों ने बीईओ कार्यालय में बंद कर उनको बंद कर दिया।