हालंकि सरकारी कार्यों में हमेशा भ्रस्टाचार के आरोप लगते रहते है परंतु जब किसी कार्य से लोगों की जान जाने की आशंका हो लोग चौकन्ने रहते है और कार्य की गुणवत्ता का ख्याल रखते है ऐसा ही एक मामला बगहा के ठकराहा प्रखंड के मोतीपुर पंचायत के हरख टोली में हुआ जहाँ बाँध निर्माण में गड़बड़ी की सूचना पर संवेदक और पुर्व मुखिया आमने सामने आ गये।
आपको बता दें की सात करोड़ की लागत से बाढ़ पूर्व कटावरोधी कार्य संवेदक द्वारा कराया जा रहा था जिसमें ग्रामीणों ने भारी अनियमितता बरते जाने की शिकायत की है । ग्रामीणों का कहना है की एक तरफ कार्य हो रहा है और दूसरे तरफ गंडक की धारा उसे डुबोते जा रही है। ग्रामीणों से मिली शिकायत पर पर पंचायत मुखिया सुरेंद्र यादव कार्यस्थल पर पहुंचे और जानकारी लेने की कोशिश की। लेकिन वहाँ काम करा रहे कांट्रेक्टर और पूर्व मुखिया में हाथापाई हो गई। इस मारपीट का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जाता है की झड़प के समय मौके पर जल संसाधन विभाग के जेई भी मौजूद थे। मुखिया के मुताबिक बोरियों में बालू की जगह मिट्टी भरवा कर डाला जा रहा था जिसका उन्होंने विरोध किया। हालांकि मौके पर मौजूद जेई ने संवेदक का पक्ष लेते हुये कहा की मुखिया और उनके समर्थकों ने बालू भरी बोरियों को पलट कर उसमे मिट्टी भर दिया। अगर जे ई की बातों का विश्वास करे तो सवाल यह उठता है की क्या मौके पर मुखिया ट्रैक्टर ट्रॉली से मिट्टी लेकर पहुंचे थे या मिट्टी विभाग द्वारा हीं वहां स्टोर किया गया है। लिहाजा जे ई और विभाग का कार्य ही संदेह के घेरे में है। जानकारी के मुताबिक लगभग 7 करोड़ की लागत से मोतीपुर पंचायत के हरख टोली में कटावरोधी कार्य कराया जा रहा है,जो की सात सौ मीटर तक करना है। अब यह मामला तुल पकड़ने लगा है और ग्रामीणों ने जांच कर कार्रवाई की मांग की है ।