बेतिया के समाजसेवी सह व्यवसायी मनोज केशान ने नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ ही अन्य बड़े नेताओं को पत्र लिखकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुये लिखा है की “भारत और नेपाल पड़ोसी ही नहीं परिवार है हर भारतीय नेपाल के बिना खुद को अधूरा समझता है “
आपको बता दें की भारत के नये संसद भवन में अखंड भारत के जिस नक्शे को बनाया गया है उस नक्शे के विरोध में नेपाल की राजधानी काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने ग्रेटर नेपाल का एक मैप जारी किया है। जिस नक्शे में हिमाचल के पश्चिमी कांगड़ा से लेकर पश्चिम बंगाल में पूर्वी तीस्ता के क्षेत्र को ग्रेटर नेपाल का हिस्सा बताया गया है। मेयर बालेंद्र शाह ने भारत की नई संसद में लगे अखंड भारत के नक्शे के विरोध में ऐसा किया है। हालाँकि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अखंड भारत के नक्शे पर भारत का साथ देते हुये कहा की भारत यात्रा के दौरान मैंने इस मुद्दे को उठाया था तो मुझे बताया गया की सिर्फ एक सांस्कृतिक मैप है, जो इतिहास दिखा रहा है।नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने गुरुवार को कहा- ‘ग्रेटर नेपाल’ के नक्शे को ऑफिशियली पब्लिश करना चाहिए। अगर भारत ने कल्चरल मैप पब्लिश किया है तो हमारे पास भी हक है कि हम ग्रेटर नेपाल का कल्चरल मैप पब्लिश करें। और भारत सरकार को इसपर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिये।