सांसद जायसवाल ने आज अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया की बेतिया के छावनी मे हो राहे निर्माण मे देरी की मुख्य वजह उसका ठेकेदार जितेंद्र यादव जो तेजस्वी जी का नजदीकी है जिसके कारण छावनी आर ओ बी के निर्माण मे देरी हो रही है और उन्होंने इसे साजिश करार दिया उन्होंने बताया की इस संबंध मे उनकी बात रेल मंत्री से हुई है परंतु वर्तमान स्थिति को देखते हुये नहीं लगता की अकतूबर माह मे इसका उद्घाटन होना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा हर सप्ताह छावनी आर ओ बी निर्माण कार्य की रिपोर्टिंग मांगी गई है । इसके साथ ही उन्होंने कहा की साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में कुल चौवन रेल पुल रेल विभाग द्वारा बनाया जाना था परंतु बिहार सरकार पथ निर्माण विभाग के द्वारा स्वयं बनवाना चाहती है जिसके कारण यह मामला लटका हुआ है।
आपको बात दें की वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव मे ही सांसद द्वारा इसे एक-दो साल मे चालू करवाने का आश्वासन दिया था आपको बता दें कि छावनी ओवर ब्रिज का शिलान्यास वर्ष 2018 में किया गया था। दावा किया गया था कि इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य जून 2020 में पूरा करने का लक्ष्य था। 2024 के लोकसभा चुनाव छावनी आर ओ बी बेतिया की जनता के लिए बहुत बाद मुद्दा हो सकता है इसी लिहाज से लोगों को पूरा विश्वास है की इस चुनाव मे यह पूल जरूर चालू हो जाएगा। क्यूंकी 2019 मे इसी आर ओ बी को लेकर की बार धरना पर्दशन सड़क जाम जैसी बातें हुई थी । हालाँकि यह सड़क पिछले पाँच वर्षों से बेतिया की जनता के लिए परेशानी का शबब है परंतु किसी भी प्रतिनिधि ने इसके लिए आवाज नहीं उठाई है। परंतु फिर इस बार यह चुनावी मुद्दा न बन जाए इसी वजह से सभी चाहते है की इस पूल को चुनाव पूर्व चालू कर दिया जाय।