यह शर्मनाक घटना भारत-नेपाल सीमा के भिखनाठोरी वन क्षेत्र से पिंजरा (रेस्क्यू केज वैन) लेकर मंगुराहां वन कार्यालय लौट रहे वनकर्मियों के साथ रात्री आठ बजे के आसपास घटी । बताया जा रहा है की जब वन कर्मी लौट राहे थे तो सहोदर ठाणे मे पदस्थापित बी एम पी के तीन जवान जो की नशे मे धुत थे उन्होंने वनरक्षी सिंटू पासवान, मित्रा कुमार और सूरज कुमार को दौड़ा दौड़ा कर पीटा जिससे तीनों घायल हो गए। जिन्हे इलाज के लिए गौनाहा रेफरल अस्पताल मे भर्ती कराया गया। सींटू पासवान की खराब हालत को देखते हुए उसे बेतिया भेज दिया गया । धर, शराब की नशे में पाए गए जवान ओमप्रकाश सिंह, वीरेंद्र कुमार और मनीष यादव को गिरफ्तार किया गया है।
घटना के संबंध मे जानकारी मिली की मारपीट से पहले सात बजे भिखनाठोरी वन कार्यालय के इन लोगों ने पिंजरा खड़ा किया था। इसी बीच भिखनाठोरी से शराब की नशे में धुत जवान गश्ती वाहन से सहोदरा लौट रहे थे। जंगल के उस रास्ते में पिंजरा देखकर उसे हटाने के लिए कहा। अभी वनकर्मी पिंजरा हटा ही रहे थे कि इसी दौरान पुलिसकर्मी गाली-गलौज करने लगे।
करीब आधे घंटे के बाद वनकर्मी पिंटू पासवान, मित्रा कुमार, रामाधार पासवान, सूरज कुमार और टाइगर ट्रैकर कुंदन कुमार पिंजरा लेकर भिखनाठोरी से सहोदरा देवी स्थान होते हुए गौनाहा मार्ग में जा रहे थे तभी बीएमपी जवानों ने गाड़ी रोक उन्हें आगे से घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद वनकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिसमें तीन वन कर्मी घायल हो गए। वनकर्मियों ने किसी तरह भागकर वहां से जान बचाई। घटना की सूचना पर रेंजर सुनील कुमार पाठक ने सहोदरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। सहोदरा के थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि मामले में तीन जवानों के शराब पीने की पुष्टि हुई है। उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए भेजा गया है।