बुधवार को वाल्मीकि नगर से 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी का डिस्चार्ज किया गया जिसकी वजह से गंडक नदी के जलस्तर में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है ।पतहरा में तो नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और जलस्तर का तेजी से बढ़ना जारी है। जिसे देखते हुए डीएम नवल किशोर चौधरी ने निचले इलाके के लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाये । जिले के छह प्रखंडों के 43 गांवों में पानी फैलने का अंदेशा है। संबंधित अंचलों के सीओ गांवों में माइक से लोगों से अपील कर रहे हैं। तटबंधों पर अधिकारी और इंजीनियरों की टीम कैंप कर रही है।
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी द्वारा स्थिति पर हर पल नज़रे रखी जा रही है और उनके निर्देश पर बांधो पर 24 घंटे लगातार संबंधित पदाधिकारियों द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है।डीएम द्वारा पदाधिकारियों से स्थिति के पल-पल की खबर ली जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा गंडक नदी के निचले इलाके में रहने वाले नागरिकों को अपने मवेशियों के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को कहा गया है।
सभी दियारा वासियों को अपने जानमाल की सुरक्षा के लिए के लिए ऊंचे स्थानों पर चले जाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही अपने मवेशियों को भी ऊंचे स्थानों पर ले जाने के निर्देश दिए गए हैं।साथ ही नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्राइवेट नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। बांध पर गंडक विभाग के द्वारा कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं, रात में निगरानी के लिए जेनरेटर से लाइट की व्यवस्था की गई है। सरकार की तरफ से छह नाव की व्यवस्था है।