बेतिया नगर निगम में भ्रस्टाचार कोई नयी बात नहीं है परंतु आज सशक्त समिति की बैठक मे महापौर ने नगर आयुक्त और अन्य लोगों की मदद से करोड़ों की लूट का खुलासा किया है। हालाँकि आरोपों की पुष्टि के लिये नगर आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने ऐसी किसी गडबड़ी से इंकार किया और कहा कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
महापौर के अनुसार आयुक्त द्वारा सरकारी खाते से अन्य लोगों की मिली भगत में बीते करीब एक साल में करोड़ों की सरकारी राशि का बंदरबांट और घोटाला हुआ है। नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई की कंपनी पाथेया को हो रहे वजन के भुगतान में निगम के पहले से कार्यरत दो सौ सैंतीस सफाई कर्मियों का करीब 46 लाख प्रतिमाह के भुगतान का नहीं हो रहा समायोजन। महापौर ने कहा कि निगम कार्यालय की में अरसे से जारी लूट को छूट के ‘खेल’ पर शिकंजा कसने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।ई- रिक्शा की खरीदारी, स्टेनलेस स्टील डस्टबीन की खरीदारी,लोहे के डस्टबीन की खरीदारी, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हेतु छोटी गाड़ी की खरीदारी, साज सज्जा, रंग रोगन, फर्नीचर तथा अन्य उपस्करो की खरीदारी के दर एवं पाथ्या कंपनी के सन्दर्भ में कड़ी आपत्ति कर्ज कराते हुए जांच व विधि सम्मत कार्रवाई का अनुरोध किया था। श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र की सम्मानित जनता के कर अदायगी और सरकारी आवंटन के लूट की छूट पर नगर निगम सशक्त स्थाई समिति, बोर्ड और आम जनता जनार्दन के दम पर अंकुश लगाने और जिम्मेदार कर्मचारियों, अधिकारियों और पाथ्या एजेंसी से कारण पृक्षा कराने का निर्णय लिया है। इन निर्णयो के साथ बैठक को कल शनिवार के लिए स्थगित किया गया है।