“बिहार में अपनी राजनितिक जमीं तलाश रहे प्रशांत किशोर ने मुजफ्फरपुर के बिरहिमा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नीतीश कुमार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और कहेंगे कि मेरी अंतरात्मा कह रही है कि अब इन लोगों के साथ नहीं रहेंगे”
सब लोग एकजुट हुए नहीं इसीलिए भाजपा में जा रहे है । ये नीतीश कुमार की राजनीति का तरीका है जो उनके साथ रहता है उनको हमेशा डराते रहते हैं कि अगर हम पर ध्यान नहीं दोगे तो हम उधर भी जा सकते हैं।नीतीश कुमार की अपनी जो सहूलियत होगी जिसमें उन्हें अपना स्वार्थ दिखेगा उस दिशा में वो जाएंगे।
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये खुलाशा किया की नितीश जी मार्च में दिल्ली आकर मेरे साथ घंटों बैठे थे। पटना में भी मिले थे, वो सिर्फ इसलिए RJD के साथ गए, क्योंकि उनके दिमाग में ये बात आ गई थी कि 2024 के लोकसभा के चुनाव के बाद अगर भाजपा देश में जीत जाएगी तो हमको हटाकर अपना मुख्यमंत्री बना देंगे। JDU के 42 विधायक थे और भाजपा का 75। तो इसी डर से इन्होंने सोचा कि भाजपा हमको हटाए इससे पहले हम खुद महागठबंधन बना लेते हैं।