बेतिया के व्यवसायी का कारनामा स्टाफ के नाम पर किया करोड़ो का कारोबार पद्मा नगर के निवासी है विनोद गुप्ता

” पिछले दिनो पद्मा नगर मे रह रहे चनपटिया के व्यवसायी विनोद गुप्ता द्वारा अपने स्टाफ के नाम पर गलत ढंग से करोड़ो का व्यवसाय करने के मामले का खुलासा हुआ है व्यवसायी बहुत ही शातिराना तरीके से करोड़ो का व्यवसाय किया । हालांकि विभाग द्वारा इस व्यापारी की कुंडली निकली जा रही है परंतु जानकारी के अनुसार इस व्यापारी ने अपने फर्जी कारोबार का जाल नेपाल से लेकर बंगाल तक फैला रखा है । हमने पिछले कई दिनो तक इस संबंध मे जानकारी के लिए व्यापारी से संपर्क   करना चाहा परंतु व्यापारी द्वारा कुछ भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गयी। केंद्रीय जीएसटी की अधिकारी कारोबारी के बैंक स्टेटमेंट और हवाला से संबंधित लिंक की भी पड़ताल कर रही है। कारोबारी के शातिर होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की बैंक में कागजात किसी और का और फोटो और हस्ताक्षर किसी और का है और इस फर्जीवाड़े मे बैक की मिलीभगत सामने आई है । विभाग ऐसे भी लोगो की जांच कर रहा है जिस एक कारोबारी के पास है तीन से चार जीएसटी नंबर उपलब्ध है । “

 

पिछले दिनो केंद्रीय जीएसटी पटना की पंद्रह सदस्यीय टीम के द्वारा बेतिया नगर के पद्मा नगर स्थित विनोद  गुप्ता के श्री ट्रेडर्स  के आवासीय परिसर पर छापामारी की गई । कारोबारी पर स्टाफ के नाम पर पिछले कई वर्षो से  अरबों के कारोबार को  तहत गलत ढंग से किया जा रहा था । सूत्रो के अनुसार व्यापारी पर फर्जी नाम से व्यापार के साथ साथ आईटीसी का लाभ लेने और राजस्व छिपाने का भी आरोप है।  छापेमारी का नेतृत्व केंद्रीय जीएसटी पटना 2 के सुपरीटेंडेंट राजीव रंजन के साथ उनकी  15 सदस्यी टीम कर रही थी। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय जीएसटी को पता चला था कि नगर के बसवरिया स्थित एक कारोबारी के द्वारा गलत ढंग से एक्सपोर्ट इंपोर्ट का कारोबार किया जा रहा है। जब केंद्रीय जीएसटी के अधिकारी बसवरिया स्थित जीएसटी धारक करोबारी के आवास पर पहुंचे तो कारोबारी के वेशभूषा को देखकर अधिकारी दंग रह गए। केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों ने उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने लगे। तो उसने बताया कि मैं पद्मा नगर स्थित श्री टैक्सटाइल्स और श्री ट्रेडर्स के यहां काम करता हूं इस बात पर अधिकारियों को अंदाज हुआ की कही यह सारा खेल इन्ही  व्यवसायियों का तो नहीं है । जिसके बाद अधिकारियों ने उसे स्टाफ को लेकर मालिक के घर पहुंचे और वहां मौके पर उपस्थित कारोबारी के पत्नी, बेटे और पुत्री से गहन पूछताछ की। और कारोबार से संबंधित कागजातों को लेकर कारोबारी के गतिविधियों की कुंडली खगालने में जुट गई है। हालाँकि मौके पर व्यापारी उपलब्ध नहीं थे  इस संबंध में पूछे जाने पर केंद्रीय जीएसटी पटना टू के सुपरिंटेंडेंट राजीव रंजन ने बताया कि जांच चल रही है जांच के बाद ही इस फर्जीवाड़े के खेल से पर्दा उठ सकता है।

                    केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों ने बताया कि जिस कारोबारी के द्वारा स्टाफ के नाम पर और वह के एक्सपोर्ट इंपोर्ट का कारोबार किया जा रहा था। उसका ससुराल नेपाल में है। साथ ही उसका बंगाल में कई फैक्ट्रियां हैं। नेपाल और बंगाल में कारोबारी की कुंडली खगालने के लिए ईडी को लिखा जाएगा। केंद्रीय जीएसटी की अधिकारी कारोबारी के बैंक स्टेटमेंट और हवाला से संबंधित लिंक की भी पड़ताल कर रही है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैंक में कागजात किसी और का और फोटो और हस्ताक्षर किसी और का है। केंद्रीय जीएसटी के इस कार्रवाई से जीएसटी की चोरी करने और आईटीसी का गलत ढंग से लाभ लेने वाले कारोबारियो में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे बिहार में इस तरह के 286 मामले पकड़ में आए हैं। जिसमें से 36 पर कार्रवाई फिलहाल अभी हुई है। 37 वे करोबारी के यहां छापेमारी की गई है। खैर मामला जो भी हो जांच के बाद ही इस फर्जी वाले पर से पर्दा उठ सकता है।

 केंद्रीय जीएसटी पटना 2 के सुपरिंटेंडेंट राजीव रंजन ने बताया कि कई ऐसे कारोबारी है जिनके पास तीन से चार जीएसटी नंबर है। विभाग ऐसे कारोबारियों  की कुंडली भी खंगाल  रही है। विभाग के अधिकारी यह पता लगाने में जुट गए हैं कि ऐसे कारोवारियों के द्वारा गलत ढंग से आईटीसी क्या लाभ लेने और जीएसटी की चोरी तो नहीं की जा रही है। पश्चिम चंपारण जिले में केंद्रीय जीएसटी के तहत 3000 से ज्यादा कारोबारी निबंधित हैं। जिसमें से लगभग 11 कारोबारियो के लेनदेन की कुंडली केंद्रीय जीएसटी खंगाल रही है। ताकि बड़े माफिया कारोबारियो पर कार्रवाई की जा सके।

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