आज की सुबह बेतिया नगर के दुर्गाबाग मे EOU ने बिहार राज्य खाद्य निगम के सहायक प्रबंधक सह उप-महाप्रबंधक शिशिर कुमार वर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की यह छापामारी सिर बेतिया ही नहीं पटना मे भी इस भ्रष्ट अधिकारी के कई ठिकानों पर की गई ।
छापामारी की खबर सुन लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था की अधिकारी इतना घूसखोर होगा। अगर सूत्रों की बातों का विस्वास करे तो आर्थिक अपराध इकाई के पास इसके खिलाफ पुख्ता सबूत थे की इसने अपनी कमाई से ज्यादा संपत्ति अर्जित की है। शिशिर कुमार वर्मा के विरूद्ध आर्थिक अपराध थाना में 12 अक्टूबर 2023 को भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम की विभिन्र धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा चुका था । और इसी की जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने इसके बेतिया और पटना के सभी ठिकानों पर सुकरवार को सुबह एक साथ छापेमारी शुरू की। बेतिया मे यह छापामारी रात्री नौ बजे खत्म हुई जबकि पटना मे यह छापेमारी संध्या सात बजे तक चली । इस छापामारी मे निगरानी के हाथ क्या लगा इसकी जानकारी अधिकारियों ने प्रेस को नहीं उपलब्ध कराई । निगरानी की टीम सिर्फ सभी दस्तावेजों को अपने साथ पटना ले गई। वर्मा पर बिहार राज्य खाद्य निगम में कार्यरत रहते हुए अर्जित आय के स्रोत से 45 लाख 71 हजार 967 रुपये की परिसम्पत्ति अप्रत्यानुपातिक तरीके से अर्जित करने के आरोप हैं। उनकी ज्ञात आय से 101.6 प्रतिशत अधिक संपत्ति कमाया है. इसी को लेकर ईओयू ने विशेष न्यायालय निगरानी से सर्च वारंट लेकर उनके पटना स्थित कार्यालय एवं पटना के पाटलिपुत्र आवास तथा बेतिया के आवासीय परिसर में छापामारी की। इस दौरान उनके ठिकानों से जेवरात सहित कई अन्य प्रकार के कागजात व नगदी मिले हैं। आर्थिक अपराध इकाई की जांच अब भी जारी है।