बिहार के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है परंतु अगर जनप्रतिनिधि सही मे औचक निरीक्षण करे तो उन्हे वास्तविकता का पता चल सकता है ,ऐसा ही हुआ जब गोबिंदगंज विधायक सुनील मणि तिवारी ने पहाडपुर पीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो पता चला की बिना जानकारी वाला व्यक्ति खून पेशाब का जांच कर रहा था, आप इसी से अंदाज लगा सकते है की वहाँ के मरीजों का क्या इलाज होता होगा । उन्हे किसी भी मरीज के विस्तर पर चादर नहीं मिली । आपको बात दे की बात इतने पर ही नहीं समाप्त हुई इस निरीक्षण के दौरान पता चल की संवेदक और कर्मचारियों की फौज ने मिलकर पुराने अस्पताल के ईंट ,लोहे और बेशकीमती लकड़ियों को बेच कर करोड़ों की रकम को डकार गये। पूछने पर अस्पताल प्रबंधन संवेदक पर तो संवेदक अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगते रह गये । देखना यह होगा की विधायक ऐसा घिनौना कृत्य करने वाले संवेदक पर कारवाई करने मे सक्षम होंगे या नहीं या यह मामला भी जांच के नाम पर लटक जाएगा । परंतु विधायक की यह कारवाई अभी तक काबीले तारीफ है ।