” बिहार मे जो नकली दवाये पकड़ी गई है वो ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विस प्रा. लिमिटेड और पुलिस के द्वारा पकड़ी गई है इससे ऐसा लगता है की अगर औसाधि निरीक्षकों ने अपना काम ईमानदारी से किया होता तो उनको इतने बड़े रैकेट का पता नहीं होता । हालांकि सप्लायर मो. शाहनवाज आलम को गिरफ्तार किया गया है जबकि सादिक अजीज जो शाहनवाज आलम का पार्टनर है वह फरार है सूत्रों की बात का विश्वास है की इन नकली दवा व्यापारियों का जाल राज्य के हर कोने मे फैला है “
जिन बड़ी कम्पनियो की नकली दवाये मिली है उनमे हार्ट की बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली टोरेंट फार्मा का नकली दवाईयों का धड़ल्ले से सप्लाई हो रही थी। साथ ही इंटास फ़ार्मा का मोर 12.5% 60 ml की दवा और टोरेंट फार्मा का लोसार एच सिपला लिमिटेड जैसे बड़े कंपनी का अस्थालीन कफ सिरप आईटीसी लिमिटेड का सैभलोन, रैकेट बेंकिज़र का डिटौल एंटीसेप्टिक, हिमालय वैलनेस का बोनिसन सिरप, एलकम लैब पैन दी कैप्सूल भी शामिल है ।
शुक्रवार को नवादा में सिपला आईटीसी लिमिटेड, रैकेट बेंकिज़र, हिमालया वेलनेस, टोरेंट फार्मा, सहित इंटास लिमिटेड जैसी बड़ी कम्पनियो की नकली दवाई बरामद की गई ऐसा नहीं है की यह कारोबार सिर्फ नवादा में ही है बल्कि बिहार के हर जिले और गावों तक इस अवैध दवा का व्यापार फैला है । एक अंदाज के मुताबिक जिले में दवा व्यापर का आधे से ज्यादा हिस्सा अवैध दुकानदारों की वजह से ही चलता है और कहीं ना कहीं इनको अधिकारीयों का मौन संरक्षण प्राप्त है । क्यूंकी जो नकली दवाये पकड़ी गई है वो ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विस प्रा. लिमिटेड और पुलिस के द्वारा पकड़ी गई है इससे ऐसा लगता है की अगर औसाधि निरीक्षकों ने अपना काम ईमानदारी से किया होता तो उनको इतने बड़े रैकेट का पता नहीं होता ।