” आठ दिन से चल रहे डॉक्टर और पुलिस के विवाद में पिछले दो दिन से स्वास्थ व्यवस्था ठप है और मरीज परेशान है । शनिवार को जीएमसीएच के ओपीडी में इलाज कराने आए मरीज और उनके परिजन परेशान दिखे। शनिवार को आईएमए के अध्यक्ष अजय कुमार और उनकी टीम की डीएम दिनेश कुमार राय, पुलिस अधीक्षक अमरकेस डी, डीडीसी अनिल कुमार के साथ चली बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला । आईएमए के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया की बेतिया के एसपी इस बात से सबसे ज्यादा नाराज हैं कि मामले को मीडिया में क्यों ले जाया गया हालांकि डीएम ने कार्रवाई के लिए चार दिन का समय लिया है। “
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार चार सदस्यों की डीएम दिनेश कुमार राय, पुलिस अधीक्षक अमरकेस डी, डीडीसी अनिल कुमार एवं जिले के वरीय डॉक्टर के साथ मीटिंग का कोई नतीजा नहीं निकला । उन्होंने कहा की एसपी अपने थानेदार की गलती नहीं मान रहे हैं। जबकि उल्टे डॉक्टर को ही गलत बता रहे हैं। आप लोग ऑडियो में सुन सकते हैं कि डॉक्टर हंगामा होने की बात कह रहे। लेकिन एसपी साहब कह रहे हैं कि डॉक्टर अपना परिचय क्यों नहीं दिए, थानेदार के प्राइवेट नंबर पर क्यों फोन किया, एसपी साहब अपने थानेदार को बचा रहे हैं। डॉक्टर की ही गलती बता रहे हैं। अगर हम लोग थानेदार के बारे मे कुछ भी बोल रहे हैं तो वह उत्तेजित हो जा रहे हैं। हालंकि जिलाधिकारी ने थानेदार पर विभागीय कार्रवाई के लिए चार दिन का समय माँगा है ।
आईएमए के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया की अगर चार दिन के अंदर कार्रवाई नहीं होती है तो बिहार स्तर पर हड़ताल करेंगे व विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिले स्तर पर अभी मीटिंग चलेगा। मीटिंग में निर्णय लिया जाएगा कि कल से जिले में हड़ताल रहेगा या नहीं।
हड़ताल कर रहे डॉक्टरों के समर्थन में भाजपा सांसद ने थानाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं होने से नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अब थानेदार ही सरकार चला रहे हैं। मैंने तिस साल के अपने राजनीतिक कैरियर में इस तरह के लहजे में बात करते एसपी और डीएम को नहीं सुना है। जिस लहज़े में थानेदार ने बात किया है, मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करूंगा कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्दी से थानेदार पर कार्रवाई करें।