” पिछ्ले कुछ दिनों से बिहार मे भारी सियासी उठा पठक के बीच भाजपा नेता जो नीतीश को कई बार कोश चुके है पुनः सत्ता के लालच में इनके साथ बिहार की जनता का भला करने की तैयारी मे है। भले ही सियासी नेताओं के लिये सत्ता के लालच में ऐसे कृत्य को अच्छा माना जाता हो परंतु लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह जनता के मतदान को मज़ाक में तब्दील करने जैसा है, चाहे इस कृत्य से नेताओ को लाभ होता हो परंतु कहीं ना कहीं यह भ्रस्टाचार को बढ़ावा देने का कार्य करता है। और अगर सही मायने में देखा जाय तो बिहार मे भाजपा को नीतीश के साथ फिर से सरकार बनाना कहीं ना कहीं एक वर्ग को सोचने पर मजबूर कर रहा होगा की क्या नरेंद्र मोदी इतने जनसमर्थन के बाबजूद बार बार नीतीश के नीचे अपनी सरकार बनाकर क्या दिखाना चाहती है आखिर ऐसा क्या सत्ता का लालच जो नीतीश द्वारा एक बार बेआबरू होकर सत्ता से बाहर होने के बाद पुनः नीतीश के साथ पुनः शासन करने को तैयार है”