निर्माण का वास्तविक उद्देश्य नगर की सुंदरता और सुविधाओं का विस्तार करना हो सकता है, परंतु नगर के विकाश के लिए किये गए निर्माण को अगर ग़ौर से देखा जाय तो हर आदमी समझ सकता है कि अधिकारियों की कृपा से विकाश किसका हो रहा है अगर किसी अधिकारी से कोई सवाल पूछो तो जबाब नही देते या कहते है शिकायत नही आई क्या उनको दिखाई नही देता और अगर दिखाई देता है क्यों चुप है आखिर दिखाई नही ( नही देखने) देने के बदले क्या फायदा है ये तो ये अधिकारी ही जाने पर जनता तो सब समझती पर चुप रहती है जनता तो यही कहती है
हर शाख पर उल्लू बैठे है ,
जनता किससे शिकायत करें,
अगर जो कर बैठे शिकायत तो,
हर्जाना भरने को तैयार रहे!!!
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