सबसे बड़ा सवाल आखिर हर बार मोबाइल समेत अन्य सामान जेल के अंदर कैदी वार्ड के पास कैसे पहुंचते है और कभी भी इस मामले मे किसी कर्मी पर नहीं होती कारवाई। पिछले दो महीने में ही पटना जेल से दस से ज्यादा मोबाइलों को जप्त किया गया है।
शनिवार और रविवार दोनों ही दिन पुलिस प्रशासन द्वारा जेल में की गई छापामारी में चार मोबाइल समेत कई आपत्तिजनक समान बरामद किया गया। हालाँकि यह छापामारी रूटीन जाँच का हिस्सा थी। लेकिन समय समय पर पुलिस प्रशासन को कई अपराधिक घटनाओं के तार जेल में बंद अपराधियों से जुड़े मिलते है। जेल में मोबाइल मिलने से इस बात की पुष्टि भी होती गई और साथ ही जेल कर्मियों के मिलीभगत के भी आसार दिखाई देते है।
शनिवार को पटना के आदर्श कारागार में हुई छापामारी से कैदियों में हड़कंप मच गया। प्रशासन को इस छापामारी में मोबाइल फोन लोहे का सरिया और रस्सी जैसी आपत्तिजनक चीजे मिली है।
सूत्रों की बात का विश्वास करे तो प्रशासन बेउर जेल में बंद करीब एक दर्जन कैदियाें को दूसरे जेल में हस्तांतरित करने का प्लान बना रहा है जिसके लिये जेल प्रशासन सूची तैयार कर रहा है।
आपको बता दें कि पहले भी छापामारी में मोबाइल फोन मिले हैं परन्तु अभी भी है ये सिलसिला बंद नहीं हो रहा है और अगर सूत्रों की माने तो सुरक्षाकर्मियों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है।