आप को बता दे कि चंपारण में जहरीले गुड़ का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है और प्रशासन इस पर लगाम लगाने में असमर्थ है। बता दें कि अगर सूत्रों की बाते का विश्वास किया जाय तो इस गुड़ को बनाने में एसिड चीनी मैदा और सेफोलाइट जैसे जहरीले केमिकल का प्रयोग किया जाता है।
जिले मे कई गुड़ फैक्ट्रियां धड़ल्ले से चल रही है जिनमें मैदा, चीनी और जहरीले कैमिकल का प्रयोग कर नकली गुड़ बनाया जा रहा है जो लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहे है। बहुत जल्द ही हम इस पूरे गोरखधंधा का खुलासा करेंगे कि कैसे इन माफियाओं ने नकली गुड़ से करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित की और कैसे स्वास्थ्य, गन्ना और अन्य विभागों के अधिकारियों के संरक्षण में देश की लाखो करोड़ों लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया है ।