जिले मे क्यों नहीं थम रहा प्रतिबंधित मांस का व्यापार

                मौके पर मौजूद पार्षद प्रतिनिधि                             तौलने के लिये तराजू                           बँधी गाये 

      बेतिया मे धड़ल्ले से चल रहे है गौ मांस के व्यापार और प्रशासन को पता ही नहीं हालाँकि साल मे एक दो बार कार्यवाही कर पुलिस प्रशासन इसको रोकने की कोशिश करता है परन्तु वास्तविकता मे यह व्यापार कभी बंद नहीं होता इसके पीछे की बड़ी वजह है की प्रशासन लगातार ऐसे जगहों को चिन्हित कर इसपर नजर नहीं रखती। सूत्रों की बात का विश्वास करें तो छावनी क्षेत्र मे कई ऐसे गोदाम है जहाँ प्रतिबंधित जीवो के चमड़े के गोदाम है अगर प्रशासन इनकी जाँच करें तो प्रतिनबंधित मांस के व्यापारियों का खुलाशा हो सकता है।

 

            आज बेलदारी मे चल रहे अवैध बुचड़खाने का पर्दाफाश भी प्रशासन द्वारा नहीं बल्कि तब हुआ जब एक गौपालक द्वारा अपनी चोरी की गाय को खोजते हुये उक्त स्थल पर पहुँचा। हालाँकि पुलिस के पहुँचने पर वहाँ प्रतिबंधित मांस के व्यापारी फरार हो गये परन्तु मौके से वहाँ कई जिन्दा गाय, तराजू, गौ हत्या मे प्रयुक्त अन्य सामग्री गौ मांस समेत कई मोटरबाइक मिली है। हालाँकि ये कहा जा रहा है की जाँच का विषय यह है की इस बुचड़खाने को किसके संरक्षण मे चलाया जा रहा था। नगर आयुक्त और पार्षद को इस बात की जानकारी नहीं थी यह कैसे संभव है। इन्ही संभवनाओ को देखते हुये बजरंग दल के एक पदाधिकारी द्वारा सीधे तौर पर इसमे प्रतिनिधियों के शामिल होने की बात भी कही है और परिस्थितियों को देखते हुये इसकी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

इस दौरान एक और बात सामने निकालकर आई है इन दिनों क्षेत्र मे गाय चोरी की घटनाओ मे काफ़ी वृद्धि हुई है सभी चोरी की गायों को ऐसे ही अवैध बुचड़ खानो को मे काटा जा रहा है। हालाँकि जानकारी के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुँचकर आवश्यक कार्यवाही मे जुट गई है। थानाध्यक्ष ने बताया की इस मामले मे पाँच नामजद लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है और जल्द ही सभी आरोपितो को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

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