जिले की यातायात व्यवस्था धराशायी


यातायात पुलिस का काम सिर्फ हेल्मेट और मास्क की की दंडराशि वसूलने तक

बेतिया नगर के बड़े प्रतिष्ठानों और बैंकों पर पार्किंग नहीं होना बड़ी बजह

कभी कभी छोटे दुकानदारों पर कारवाई कर यातायात पुलिस करती है आपने कर्तव्यबोध को पूरा

बेतिया नगर के निवासी और यहां आने वाले अन्य लोग यहाँ तक कि स्कूल के छात्रों को घंटों जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है हालांकि बेतिया मे यातायात पुलिस की व्यवस्था है परंतु अगर आप जाम मे फँसे है तो आपको शायद ही यातायात पुलिस के दर्शन हो जो आपको जाम से मुक्ति के प्रयास मे लगी हो।
अगर सही मायने मे माना जाय तो बेतिया यातायात पुलिस की कार्यशैली सिर्फ मोटरसाइकिल की जाँच करने और मास्क तक सीमित हो गई है । बैंकों और बड़े व्यावसायिक परिसरों के मालिक के साथ इनके रिश्ते समझ से बाहर है।
किस लालच मे ये इनको सड़कों को पार्किंग बनाने की छूट देते है ये समझना बहुत ही आसान है। अगर आकड़ों पर गौर करे तो सिर्फ मोटरसाइकिल सवार ही इनकी पहुँच मे है चार पहिये या बड़ी गाड़ियों की जाँच भी कम से कमतर होती है।

आखिर बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और बैंकों को सड़क जाम करने की छूट देने के पीछे का इनका मकसद शोचनीय और संदेहास्पद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *