अवैध रूप से हुये लेन देन का प्रयोग कही आतंकी गतिविधियों मे तो नही हो रहा
कानपुर के व्यवसाई पीयूष जैन के यहां से नकद के रूप में 177 करोड़ रुपए जप्त किए गए जानकारी के अनुसार पीयूष जैन पान मसाला एवं गुटखा व्यवसाय से जुड़े हैं।
इनके यहां ज़ब्त रकम अभी तक इनकम टैक्स द्वारा भारत में ज़ब्त रकमो में शायद सबसे बड़ी रकम है। जानकारी के अनुसार गुटखा व्यवसाय में ज्यादातर लेनदेन नगद ही होते हैं।
बेतिया में भी आने वाले गुटखा और पान मसाला व्यवसायियों पर अगर विभाग नजर डालें तो एक बड़े गोरखधंधे का खुलासा हो सकता है।
जिसमें गुटखा व्यवसायियों द्वारा अधिकांश माल अधिकारियों की मिलीभगत से बिना बिल और ई वे बिल के मंगाया जाता है।
और इसमे कहीं ना कहीं रेवेन्यू अधिकारियों की मिलीभगत से हवाला के माध्यम से लेनदेन किया जाता है । अंदाज़ के मुताबिक सिर्फ बेतिया जिले में हर महीने करोड़ों का व्यवसाय में हवाला के माध्यम से लेनदेन किया जाता है। अगर जिले के रेवन्यू अधिकारियों द्वारा इसकी जाँच की जाय को करोड़ों रुपये के टैक्स की चोरी का पर्दाफाश हो सकता है।