आखिर पिछले जिलाधिकारी द्वारा छोटा रमना को अतिक्रमणकारियों से आजाद कराने की कोशिश को वर्तमान जिलाधिकारी द्वारा क्यों रोक दिया गया करोडों की जमीन के लेनदेन मे क्या अधिकारियों को भी मिलता है हिस्सा
आखिर जिले के पिछले जिलाधिकारी द्वारा नगर को अतिक्रमण मुक्त सुदर बनाने के सपने को किसने अवरुद्ध कर दिया क्या सुंदर शहर का सपना या उन्होंने जो सपना देखा था वो गलत था
कहीं ना कहीं ऐसा लगता है की अरबों की अवैध जमीन पूंजीपतियों और व्यापरियों के कब्जे मे कराने के पीछे कोई संगठित गिरोह है जो मोटी रकम लेकर अधिकारियों और नौकरशाहों को मैनेज कर अरबों की ज़मीन पूंजीपतियों को मुहैया कराता है