पश्चिम चंपारण मे आखिर किसके संरक्षण मे सोयी है शिक्षा व्यवस्था

हालांकि विभिन्न माध्यम से अक्सर सूचना आती रहती है की सरकारी विद्यालयों मे मीडिया का आंशिक प्रतिबंध लागू है जिससे कि पाठन कार्य प्रभावित ना हो परंतु असली वजह कुछ और ही है जैसा वीडियो लिंक में आप साफ-साफ देख सकते हैं की कैसे शिक्षिका महोदय आराम फरमा रही हैं और विद्यार्थी गर्मी की वजह से उनके आराम में खलल ना पड़े इसलिए पंखा कर रहे हैं

शायद इसी सच्चाई को छिपाने के लिए विभिन्न स्तरों से जिले में विद्यालयों में मीडिया कर्मियों का प्रवेश वर्जित किया गया है ताकि ऐसी सच्चाई निकलकर बाहर ना आ सके

अब आगे यह देखना है कि क्या इस वीडियो के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित जिला अधिकारी सरकारी विद्यालयों की सच्चाई दिखाने से मीडिया को रोके रखना चाहेंगे या ईमानदारी पूर्वक स्कूलों की बदहाल शिक्षा को सुधारने मे मीडिया का सहयोग लेना चाहेंगे या भ्रष्ट तंत्र से मिलने वाले लाभ को ध्यान मे रखते हुये सरकारी विद्यालयों मे मीडिया कर्मियों की आंशिक प्रतिबंध जारी रखेंगे

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