जिसके संस्थापक तथा संयोजक राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर अपनी यात्रा के दौरान गुरुवार की शाम सहोदरा मे थारु जनजाति व थरुहट में बसे लोगों से विचार विर्मश किया उस दौरान उन्होंने कहा कि वे थरुहट की समस्याओं को सरकार के समक्ष रखेंगे। जन संवाद कार्यक्रम के आयोजन में उपस्थित लोगों से संपर्क करते हुए, उन्होंने कहा कि 2 अक्टूब से भितिहरवा आश्रम से पद यात्रा प्रारंभ करेंगे। वह गांव-गांव जा कर छोटे-छोटे समुह के लोगों से मुलाकात कर गांव की समस्यायों से अवगत हो सरकार के समक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा प्रत्येक गांव से गुजरेगी। थरुहट क्षेत्र के लोगों कि समस्या सुनने के बाद उन्होंने कहा कि सबके प्रयास से सरकार को घेरना पडेगा। इसके लिए सभी को एक होकर धरना पर बैठना होगा। पदयात्रा के बाद लोगों के सुझाव और विशेषज्ञों की राय की मदद से विकास के 15 मापदंडों जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ पर अलग अलग ब्लूप्रिंट जारी करेंगे। ब्लूप्रिंट में बताया जाएगा कि कैसे बिहार को बेहतर बनाया जा सकता है। चुनाव के दौरान राजनैतिक पार्टियां को जनप्रतिनिधियों के लिए दस प्रतिशत सीटें रिज़र्व करना चाहिए। पंचायत का अनुभव प्राप्त कियें लोग भी उपस्थित होकर अपनी छोटी से छोटी समस्याओं को सरकार के पास रखेंगें और उसपर काम भी किया जाएगाअपनी पश्चिम चंपारण के दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने थरुहट के लोगों से मिलकर विचार विर्मश किया उन्होंने कहा की वे अब यथार्थ की धरातल पर उतर गए हैं। उन्होंने देख लिया है कि केवल एसी में बैठ कर जन समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सकता है। इसलिए उन्होने जन सुराज नामक राजनीतिक संगठन बनाया है