भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की केंद्रीय कमेटी ने 14 सितंबर से 24 सितंबर तक केंद्रीय सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है । देश में बढ़ती महंगाई , बेरोजगारों की बढ़ रही लंबी कतार , गरीबों की थाली से कम हो रहीं रोटी , पूरे देश में बोये जा रहे नफरतों की बीज , जनवादी अधिकारों पर बढ़ रहे हमले , न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी दर्जा देने , देश की संपत्तियों को केंद्रीय सरकार द्वारा खुलेआम बेचने , अग्निपथ जैसी देशद्रोही योजना को समाप्त करने , बिहार में बंद पड़े चीनी मिलों को चालू करने , बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने , तमाम गरीबों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन निर्गत करने , सभी को राशन कार्ड जारी कर 10 किलो प्रतिमाह मुफ्त राशन देने आदि मांगो को लेकर बिहार के कोने कोने में पार्टी इस अभियान को स्थानीय समस्याओं से जोड़कर व्यापक रूप से चलाएगी ।
आज भारतीय जनता पार्टी को जिस तरीके से बिहार में अलग थलग करने का काम माकपा सहित महागठबंधन में शामिल दलों ने किया है । यह देश के लिए एक नई रास्ता को दिया है । जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी पैसों से विधायकों को खरीद कर अपनी सरकार बनाने की ऐतिहासिक कारगुजारी कर रही थी और उसके लिए उसको किसी प्रकार की शर्म भी नहीं थी । उसे भारी मार पड़ा है और देश के अन्य राज्यों में इनकी खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाने जैसी अलोकतांत्रिक , गैर संवैधानिक एवं सत्ता की भूख के लिए किसी भी कुकर्म के हद तक जाने की नीतियां उजागर हुई है ।
माकपा पूरे बिहार में इन चीजों को आम लोगों तक पहुंचाने का काम करेगी । इसके लिए बिहार राज्य कमिटी की 31 अगस्त और 1 सितंबर की पटना बैठक में निर्णय लिए गए । उसके आलोक में तमाम जिलों में जिला कमेटियों की बैठक कर जिला स्तरीय कन्वेंशन और तमाम ब्रांच तब जाकर भाजपा द्वारा सत्ता के लिए चल रहे कुकर्म को बताया जाएगा ।
साथ ही सांप्रदायिक तनाव को कायम कर समाज में नफरतों की बीज बोकर आमजन के मुख्य समस्याओं जैसे महंगाई , बेरोजगारी शैक्षणिक वातावरण , स्वास्थ्य सेवाएं , सुखाड़ से किसानों को बचाने और 25 हजार रुपए प्रति एकड़ किसानों को फसल हर्जाना देने , गन्ना का मूल्य 500 रुपए प्रति क्विंटल करने , सभी बंद पड़े अट्ठारह चीनी मिलों को , जो बिहार राज्य शुगर कारपोरेशन के अधीन है ,उन्हें चालू करने और पूरे बिहार में किसानों के लिए गन्ना जैसे नगदी फसल को लगाने , बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिलाने आदि सवालों के लिए संघर्ष खड़ा किया जायेगा ।