जिलाधिकारी, कुंदन कुमार ने कहा कि जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति में सुधार लाया जाये और इसके लिए सभी कारगर उपाय करने की बात कह रहे है। परन्तु नगर में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को अप्रत्यक्ष रूप से चलाने की अनुमती होने के बाबजूद कैसे सुधार होगा यह शोचनीय विषय है। आपको जानकर यह बड़ी हैरानी होगी की जिस आदमी को सरकारी कार्यों के लिये करोड़ों करोड़ का भुगतान किया जाता है वो भी इन्हीं अवैध झाझा मेल से सरकारी कार्यों को भी निपटाता है । अब यह शोचनीय विषय है कि जो झाझा मेल बड़ी गाड़ियां और ठेले अवैध है उनसे सरकारी कार्य कैसे होता है और किन अधिकारियों की कृपा दृष्टि से ऐसे संवेदक को मालामाल कर दिया जाता है ।
जिलाधिकारी को जानकारी भी होगी की नगर निगम के पर्यावरण अधिकारी भी इस मामले पर चुप्पी साध रखे है, और नगर निगम के अधिकारियों की महानता है कि ऐसे अवैध वाहनों से कर वसूली के लिये निविदा भी निकालते है और उनके संवेदक राजस्व की वसूली कर निगम को प्रदान करते है। यही नहीं अगर जिलाधिकारी ध्यान देना चाहते है तो ओवरलोडिंग वाहनों पर ध्यान दे क्यूँकी प्रदूषण की एक बड़ी वज़ह ये वाहन भी है।