नगर निगम बनने के बाद भी नियमों को ताक पर रख हो रहा है मकानों निर्माण-क्या भ्रस्टाचार है इसकी वज़ह

 

बेतिया नगर निगम क्षेत्र मे हो रहे नये निर्माण नियमों को ताक पर रखकर हो रहे है और अधिकारियों की नजरो में होने के बाबजूद इस ओर ध्यान नहीं देना कहीं ना कहीं भ्रस्टाचार की ओर इशारा करता है हालाँकि कुछ लोग द्वारा छुपे शब्दों से बताया जा रहा है कि इसके लिये अवैध वसूली की जाती है परन्तु इसके लिये कोई सबूत नहीं मिले है परंतु अधिकारियों द्वारा जानकारी के बाबजूद इसपर कोई कार्यवाहियों का ना करना इस दावे को मजबूती प्रदान करता है।

                बेतिया को नगर परिषद से नगर निगम में पदोन्नति तो हो गई और इस पदोन्नति के साध ही नगर की जनता को ये उम्मीद भी जगी की अब उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और उन्हें बेहतर सुख सुविधाएं मिलेंगी। परंतु वर्त्तमान स्थिति को देख कर ऐसा नहीं लगता है कि वर्त्तमान अधिकारी जनता को ये सुख सुविधाएं उपलब्ध कराने में सक्षम हो पायेंगे क्यूँकी उनकी कार्यप्रणाली सिर्फ इस बात की ओर इशारा करती है कि वो ज्यादा से ज्यादा पैसा खर्च करने मे विश्वास रखते है भले ही वो नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में शामिल हो या ना हो। उनकी यह कार्यप्रणाली कभी कभी यह सोचने पर मजबूर कर देती है की ज्यादा से ज्यादा रकम को खर्च करना कहीं इनके निजी फ़ायदे के लिए तो नहीं है । आखिर नगर निगम का ध्यान पहले नागरिको की मुख्य जरूरत की तरफ ना होकर सिर्फ और सिर्फ बड़ी बड़ी योजनाओं में लगा रखा है हालाँकि ये योजनायें भी जनहित में ही है परन्तु सर्वप्रथम जनता को जिस चीज़ की ज्यादा जरूरत है उनमे प्रमुख है।
1 शुद्ध हवा/ धूलमुक्त वातावरण
2 शुद्ध जल
3 साफ़ सुथरी सड़के
4 सुन्दर और साफ़ सुथरी नालियाँ
5 स्वास्थ्य सेवाएँ

आप स्वयं देख सकते है कि नगर निगम के अधिकारी इनमें से कौन कौन सी सुविधाओं को उपलब्ध कराने पर जोर दे रहे है।
आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि जिन सुविधाओं पर नगर निगम आपके दिये टैक्स के सैकड़ों करोड़ खर्च कर देता है उसकी उपयोगिता क्या आपको मिल पाती है । आगे हम आपको बतायेंगे की क्या हो रहा है नगर निगम में और आपके टैक्स के पैसे को कैसे खर्च करते है नगर निगम के अधिकारी और आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि कितनी ईमानदारी से पहुँचाया जा रहा है फायदा आपको ।

आगे की बातें दूसरे अंक में…पाठकों से निवेदन है कि आप अपने विचार हमे जरूर लिखे।

 

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