प्रशांत किशोर ने शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से आफाक अहमद की जीत का क्षेर्य लेते हुये कहा कि आज उन नेताओं को पता ही नहीं चला कि चंपारण में क्या हुआ? मैं तो बिहार के अलग-अलग जिलों में पैदल चल रहा हूं। शिक्षक निर्वाचन में मैंने न कोई प्रत्याशी चुना न किसी के लिए वोट मांगे, मैंने बस इतना कहा कि इन दो पार्टियों के अलावा जिस निर्दलीय को वोट करना है कर दीजिए और नतीजा आपके सामने है । पिछ्ले कई चुनावों में लगातार हार का स्वाद चख रहे आफाक के लिये जन सुराज राजनीतिक जीवनदान साबित हुआ।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि इसलिए हमेशा इस बात को दोहराया करता हूं कि जन बल के आगे कोई बल नहीं है। बिहार की जनता अगर ठान ले तो आपके आगे कोई नहीं टिकेगा आप लिख कर रख लीजिए। जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के हाजीपुर में आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने 10 साल में जिसका भी हाथ थामा है, उसे कभी हारने नहीं दिया। सभा में बैठे सैकड़ों लोगों से कहा कि इस बार बिहार के लोगों का हाथ पकड़ा है, भरोसा रखिए आपको भी हारने नहीं देंगे।