रैयती जमीन की नापी कराने के मामले में बेतिया अंचल प्रशासन सजग हो गया है । इसके लिए अंचल कर्मियों की बैठक अंचल मुख्यालय में किया गया । उपस्थित कर्मियों को निर्देश देते हुए अंचलाधिकारी मोहित राज ने बताया कि बेतिया अंचल के जमीन माफी को लेकर 2 तरह के दर तय किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों के रैयत को अलग-अलग राशि देनी पड़ेगी । रैयत द्वारा रैयती जमीन की मापी के लिए अब परेशान होने की जरूरत नहीं है ।आप अपने जमीन के मापी के लिए निर्धारित शुल्क ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरफ से अंचल नजारत में जमा कर सकते हैं ।नजारत में राशि जमा करने के 30 दिनों के अंदर सीओ के निर्देश पर नापी करा दी जाएगी। इसके लिए दौड़-धूप करने की जरूरत नहीं है। अंचलाधिकारी ने बताया कि शहरी क्षेत्रों की मापी के लिए प्रति खेसरा 1000 से 4000 रुपया की राशि देना होगा। 4 से अधिक खेसरा होने पर अलग से राशि तय की जाएगी ।वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नापी करने के लिए प्रति खेसरा 500 से ₹2000 देना पड़ेगा। तत्काल माफी के लिए रैयत को 2000 रुपया से 8000 रुपया तक राशि प्रति खेसरा देनी होगी। वही ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 1000 से 4000 तक की राशि प्रति खेसरा देनी होगी । 2 दिनों के अंदर अंचल अमीन को रिपोर्ट सपना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने वाले आमीन पर कार्रवाई की जाएगी ।उन्होंने बताया कि आवेदन ऑफलाइन जमा है तो उन्हें रिपोर्ट ऑफलाइन दिया जाएगा। जिनका आवेदन ऑनलाइन जमा है उनको रिपोर्ट ऑनलाइन दिया जाएगा ।यदि इसमें रैयत को किसी तरह की शिकायत है तो वह सीधे अंचलाधिकारी से कर सकते हैं ।अंचल कर्मियों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा है कि इसमें कोताही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी ।