एक हफ्ते पहले अरब सागर में उठे तूफान बिपरजॉय के 15 जून की दोपहर को कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराने की सम्भावना है। मंगलवार को तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में जोरदार आंधी-बारिश जारी है, जिसमें अभी तक do बच्चों समेत पांच लोगों की मौत की खबर है।
सुरक्षा के मद्देनजर गुजरात सरकार ने समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा में 7 जिलों से 20 हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह भेज दिया है । मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार सुबह 9 बबजे तक तूफान की गति 8 किमी/घंटे थी और वह उसी रफ्तार से नॉर्थ-वेस्ट में आगे बढ़ रहा है। तूफान मंगलवार सुबह 5:30 बजे पोरबंदर से 300 किलोमीटर दूर था। द मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के 14 जून की सुबह तक उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है, जिसके बाद ये मुड़कर नॉर्थ-नॉर्थ ईस्ट दिशा में आगे बढ़ेगा।
IMD द्वारा जारी चेतावनी के मुताबिक तूफान के कारण 14-15 जून के दौरान कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होगी। और इस दौरान मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में ना जाने को कहा गया है। गुजरात में 14 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट और 15 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा में स्थित गांवों के लगभग 23 हजार लोगों को शेल्टर होम में पहुंचाने के लिए मंमंगलवार को अभियान चलाया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को द्वारका, जामनगर, कच्छ और मोरबी जिलों में हवा 125-135 KMPH की रफ्तार से चलेगी।
बिपरजॉय तूफान के चलते पश्चिम रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 67 ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही सौराष्ट्र के ओखा, पोरबंदर और जामनगर से चलने वाली 25 ट्रेनें अब राजकोट, सुरेंद्रनगर और अहमदाबाद से चलेंगी
प्रधानमंत्री ने इस सम्बंध में उच्चस्तरीय बैठक की है और अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये तथा चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर बनाये रखने को कहा है।
तूफ़ान के मद्देनजर सरकार के निम्न विशेष तैयारियाँ कर रखी है और इससे पूरी तरह निपटने को तैयार hai
NDRF की 12 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं, 15 टीमों को स्टैंड बाई पर रखा गया है।
कच्छ जिले में धारा 144 लगा दी गई है। आज से तीन दिनों के लिए सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।