आखिर ऐसे ही कोई नहीं बन जाता है लोगों के लिए प्रशंसनीय। बेतिया की धरती पर हजारों राजनीतिज्ञ लोगों ने अपने आपको जनता के समक्ष रखा लेकिन जीतने कम समय मे गरिमा देवी ने अपने आपको बेतिया के जनता की दिलों मे पदस्थापित किया शायद ही किसी जनप्रतिनधि को इतनी ख्याति पूर्व मे मिली होगी और नया ही भविष्य मे मिलने की उम्मीद है इसकी मुख्य वजह है इनका जनता से लगाव। चाहे इनका राजनीतिक जीवन कितना भी उतार चढ़ाव भर हो परंतु इनकी जनसेवा की भावना निस्वार्थ रूप से चलती रही है । इन्होंने हमेशा अपने शहर की जनता के बीच बनाए रखा ,कभी भी बिना भेद भाव के गरीब-धनी, छोटे-बड़े, हर तबके के लोगों के सर्व सुलभ रही है। अपने इसी सोच की वजह से आज इन्होंने अपना मुकाम बनाया है ।
इसी सोच को बरकरार रखते हुये अपनी शादी की सालगिरह के मौके पर भी ये अपने मजदूर साथियों को नहीं भूली और वीनन जगहों पर कार्य मे लगे हुए सफाईकर्मियों से मुलाकात कर कार्यों का निरीक्षण भी किया साथ ही सभी को मिठाई बाँट मुहँ मीठा कराया और खुशियाँ बाँटी साथ ही मजदोरओ से बधाइयाँ और आशीर्वाद प्राप्त किया ।