” बुधवार को बुधवार को मझौलिया शुगर इंडस्ट्रीज में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जीएम केन डॉ.जेपी त्रिपाठी डोंगा पर नारियल फोड़कर गन्ना पेरायी कार्य शुरू किया गया। मिल द्वारा इस साल 72 लाख क्विंटल गन्ना पेरायी का लक्ष्य रखा गया है । पेरायी के शुभारम्भ के पूर्व चीनी मिल परिसर में 24 घण्टे का आध्यत्मिक उत्सव का आयोजन किया गया था “
पेराई शुरू होने के लिए डोंगा पर किसानों की भारी भागीदारी रही। बता दे कि गन्ना पेरायी के शुभारम्भ के पूर्व चीनी मिल परिसर में 24 घण्टे का आध्यत्मिक उत्सव का आयोजन किया गया था।इधर आध्यत्मिक उत्सव का समापन हुआ उधर किसानों तथा अधिकारियों ने डोंगा में गन्ना डाला।तबसे निर्बाध पेरायी जारी है।प्रगतिशील किसान बिनोद तिवारी,चनायनबान पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि शिव शंकर यादव,राजद नेता सह जिला पार्षद लालू यादव,राजू यादव,निक्कू पटेल समेत अन्य किसानों ने मिल पेरायी कार्य शुरू होने पर हर्ष जताया है।किसानों ने कहा कि खेत खाली होगा तो गेहूं की बोआई किया जायेगा। नारियल फोड़नेवालो में जीएम केन डॉ.जेपी त्रिपाठी,जीएमटी संतोष कुमार,जीएमपी सर्वेश कुमार दुबे ,डिप्टी जीएम कमर्शियल यू एन राय,एजीएम विजय आनंद,सीनियर एचआर रमाकांत मिश्रा, हेड कैशियर राज कुमार झुनझुनवाला, डिस्टिलरी हेड प्रदीप शुक्ला का नाम उल्लेखनीय है।बताते चले कि 72 लाख क्विंटल गन्ना पेरायी के लक्ष्य के साथ पेरायी शुरू किया गया। में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच डोंगा पर नारियल फोड़कर गन्ना पेरायी कार्य शुरू किया गया।डोंगा पर इस दौरान किसानों की भारी भागीदारी रही।बता दे कि गन्ना पेरायी के शुभारम्भ के पूर्व चीनी मिल परिसर में 24 घण्टे का आध्यत्मिक उत्सव का आयोजन किया गया था।इधर आध्यत्मिक उत्सव का समापन हुआ उधर किसानों तथा अधिकारियों ने डोंगा में गन्ना डाला।तबसे निर्बाध पेरायी जारी है।प्रगतिशील किसान बिनोद तिवारी,चनायनबान पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि शिव शंकर यादव,राजद नेता सह जिला पार्षद लालू यादव,राजू यादव,निक्कू पटेल समेत अन्य किसानों ने मिल पेरायी कार्य शुरू होने पर हर्ष जताया है।किसानों ने कहा कि खेत खाली होगा तो गेहूं का बावग किया जायेगा। नारियल फोड़नेवालो में जीएम केन डॉ.जेपी त्रिपाठी,जीएमटी संतोष कुमार,जीएमपी सर्वेश कुमार दुबे ,डिप्टी जीएम कमर्शियल यू एन राय,एजीएम विजय आनंद,सीनियर एचआर रमाकांत मिश्रा, हेड कैशियर राज कुमार झुनझुनवाला, डिस्टिलरी हेड प्रदीप शुक्ला का नाम उल्लेखनीय है।बताते चले कि 72 लाख क्विंटल गन्ना पेरायी के लक्ष्य के साथ पेरायी शुरू किया गया।