” बेतिया नगर निगम के होर्डिंग के संवेदक और अधिकारियों की मिलीभगत से नगर निगम को करोड़ों का चूना लगाने का अंदेशा है सच्चाई का पता जाँच के बाद लगेगा पर जाँच करेगा कौन जब दोनों की मिलीभगत हो “
बेतिया नगर निगम क्षेत्र मे प्रचार के लिये होर्डिंग और बैनर से वसूली के लिये नगर निगम ने संवेदक की नियुक्ति की गई है। परंतु देखा जाय तो जितने होर्डिंग और बोर्ड लगाये गये है उसकी दस प्रतिशत के लगभग ही राशि को जमा किया गया है। शेष राशि का किस तरह बंदरबांट हुआ इसका पता किसी को नहीं है ।
जबकि लगने वाले सभी होर्डिंग्स से वसूली की जवाबदेही संवेदक की है परंतु नगर निगम के अधिकारियों ने कभी भी यह जानने की कोशिश नहीं की कि यह रकम जा कहाँ रही है।
इस सम्बंध में जब संवेदक से जानने की कोशिश की गई तो पहले तो उन्होंने गोल मटोल जवाब दिया और कहा कि लोगों द्वारा उन्हें भुगतान नहीं किया जाता है जबकि वास्तव मे ऐसा नहीं होता जान पड़ता।
संवेदक ने बताया कि जो लोग भुगतान नहीं देते उनके बैनर हटाने से नगर निगम पर रोक के कारण वो नहीं हटा पाते। अब आखिर सच्चाई क्या है और दोषी कौन यह तो जाँच का विषय है परंतु यह तो साफ़ है कि अधिकारी और संवेदक की मिली भगत से नगर निगम को एक बड़ी राशि का चूना लगा है।