आखिर जनता ऐसे नेताओ के बात का विश्वास कैसे करे यह जनता को सोचना है। दो दिन पूर्व तक संजय जायसवाल का विरोध करने वाले मनीष कश्यप अब उनके लिये जनता से वोट मांगेंगे।
आखिर कारण संजय जायसवाल का खुले मंच से विरोध करने वाले मनीष कश्यप भाजपा में शामिल हुये हालाँकि हर दल बदलने वाले नेता की तरह इन्होंने पार्टी में जुड़ने को आत्मा की आवाज़ नहीं बता कर कहा कि ” मैं बीजेपी में शामिल नहीं होना चाहता था लेकिन भाजपा नेता मनोज तिवारी ने मेरी मां को फोन कर मुझे बीजेपी में शामिल होने के लिए कहा ”
आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी के सामने मैंने जो भी शर्त रखी है, बीजेपी ने वह सारी शर्तें मान ली है। मेरी लड़ाई भाजपा से नहीं थी, क्योंकि मेरी विचारधारा बीजेपी से बखूबी मिलती है।उनके इस कदम से हालंकि उनके समर्थकों में घोर निराशा है। एक तरफ जिस तरह दो दिन पूर्व तक संजय जायसवाल का विरोध करने वाले मनीष कश्यप अब उनके लिये जनता से वोट मांगेंगे। आखिर जनता ऐसे नेताओ के बात का विश्वास कैसे करे यह जनता को सोचना है।