महापौर ने विकास योजनाओं का कार्यादेश देते हुये कहा कि कार्यो में गुणवत्ता का ख्याल रखने की जिम्मेदारी पार्षदों को उठानी चाहिये ताकि नगर निगम द्वारा किये जा रहे है कार्यो का पूरा फायदा जनता तक पहुँच सके। हालाँकि महापौर ने पहले निर्माण मे हुये भ्रस्टाचार की जाँच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की कोई बात नहीं की जिससे जनता के पैसे की लूट पर रोकथाम की उम्मीद कम ही दिखाई पड़ती है।
गुरुवार को महापौर ने अपने कार्यालय में नागरिकों की सुविधा के लिये 1.34 करोड़ लागत वाली 18 विकास योजनाओं का कार्यादेश जारी किया। इस मौके पर विभिन्न वार्डों के पार्षद और अभियंता भी वहाँ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर महापौर ने कहा कि करोड़ों की खर्च से पूरा होने वाली विकास योजनाओं में गुणवत्ता पर बार बार सवाल उठता रहा है। आज के मौके पर मैं अपील करना चाहूंगी कि नगर निगम प्रशासन से पूरा होने वाले विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित होने की जिम्मेदारी स्थानीय माननीय नगर पार्षद उठाए। कार्य शुरू होने के पहले, कार्य के बीच मे और कार्य पूरा होने के बाद की जीपीएस फोटो लगाना अनिवार्य होगा।