नगर आयुक्त एवं मेयर के आमने सामने टकराव को लेकर आज नगर निगम में पूर्व से प्रस्तावित सामान्य बोर्ड की बैठक स्थगित कर दिया गया है। जो बेतिया की जनता की विकास के लिए बाधक है। इस बाबत नगर निगम की उपमेयर गायत्री देवी ने कड़ा दुःख जताया है। उन्होंने कहा है कि आज की बोर्ड की बैठक महत्वपूर्ण थी। बोर्ड में नगर की विकास पर चर्चा होनी थी परन्तु इसे स्थगित कर दी गई है। यह दुःख की बात है। निगम की जनता के साथ छलावा है। उपमहापौर गायत्री देवी देवी ने कहा कि मेरे द्वारा नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार पर समय-समय पर आवाज उठाती आई हूं परंतु मेरी आवाज को दबा दिया जा रहा है । नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार का जिम्मेवार नगर निगम में कार्यरत अवैध कर्मी है। जिनसे नगर निगम की सभी अवैध कार्यो का निष्पादन कराया जाता है। उपमहापौर ने पत्र लिखकर नगर आयुक्त से इन सभी कर्मियों की सेवा विस्तार संबंधी चौदह बर्षों के अभिलेख की माँग की है।
इन सभी अवैध कर्मियों पर पूर्व से ही माननीय उच्च न्यायालय पटना में केस विचाराधीन है। उनसे फिर कैसे काम लिया जा रहा है और मानदेय किस आधर पर दिया जा रहा है। आखिर भ्रष्टाचारियों के भरोसे ही क्यों टिकी है बेतिया नगर निगम । आख़िर किसके सह पर नगर निगम में खुलेआम सरकारी राशि का लूट खसोट चल रहा है। आखिर इन भ्रष्टाचारियों पर कब कार्यवाही होगी । कब बन्द होगा नगर निगम में टकराव का खेल ।